कोरोनाकाल में उत्कृष्ट कार्य के लिए इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया और वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया सम्मानित
12th November, 2022
चिकित्सा शिक्षा में समाजसेवा के साथ समर्पण होना सबसे जरूरी
मेडीविजन के छठे राष्ट्रीय सम्मेलन का विषय संक्रमण चुनौतियों और अवसरों में चिकित्सा शिक्षा है
कोरोनाकाल में उत्कृष्ट कार्य के लिए इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया और वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया सम्मानित
आज किसी भी तरह की शिक्षा में समर्पित और समर्पण का भाव होना बेहद जरूरी है। अखिल भारतीय विद्यार्थाी परिषद और मेडीविजन की टीम ने कई बेहतरीन कार्य किया है। भविष्य में चिकित्सकों को प्रोफेशन के साथ खासतौर पर संवेदनाओं का भी ध्यान रखना चाहिए। एक डॅाक्टर .या बेहतर इंसान बनाने के लिए आपको खुद के साथ समाज को कुछ देने की भावना भी खुद में विकसित करना होगी। यह बात नेशनल मेडिकल कमीशन भारत सरकार की अध्यक्ष डॉ. अरुणा व्ही वाणीकर ने कहीं। वे बतौर मुख्य अतिथि मेडीविजन के दो-दिवसीय छठवें राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ में युवाओं को संबोधित कर रही थी। इंदौर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज मैदान पर यह सम्मेलन आयोजित किया गया। उद्घाटन सत्र में कोरोना काल में चिकित्सकीय एवं फ़ार्मा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले हेल्थ साईंस क्षेत्र से जुड़े कुछ विभूतियों का सम्मान किया गया। इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेश सिंह भदौरिया, , अमलतास समूह के चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया, अरविंदों मेडिकल कॅालेज के डॉ. मोहक भंडारी, डॉ. नीरज सेन एवं एमवाय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. प्रमेंद्र सिंह ठाकुर एवं डॉ. अनिल खरया का सम्मान किया गया।.विशेष अतिथि के रूप में देश के जाने माने चिकित्सक डॉ. एस. सुब्बय्या जी उपस्थित रहे। अधिष्ठाता महात्मा गांधी मेमोरियल चिकित्सा महाविद्यालय डॉ. संजय दीक्षित, मेडीविजन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी एवं मेडीविजन इंदौर की सिमरन कौर भी उपस्थित रहीं।
भारतीय भाषा में चिकित्सा पढ़ाई का बेहतर कदम
डॉ. अरुणा व्ही वाणीकर ने कहा कि भारतीय भाषाओं में मेडिकल की शिक्षा में द्विभाषीय एवं बहुभाषीय शिक्षा पद्धति पर ज़ोर देना जरूरी है। इसमें आपको हिन्दी के साथ क्षेत्रीय भाषाओं का भी ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा चिकित्सा शिक्षा के हित में कई कार्य किए जा रहे है। इसमें देश के सभी कॅालेजों से बेहतरीन शिक्षकों का एक नया ट्रेजरी तैयार किया जा रहा है। इससे देशभर के चिकित्सा शिक्षा के विद्यार्थियों को उनके अनुभव का लाभ मिल सके। डॉ. एस. सुब्बय्या ने कहा कि मेडीविजन से जुड़े छात्रों ने देशभर की कई आपदाओं में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आज चिकित्सा शिक्षा में बदलाव की बयार लाने में मेडीविजन का बहुत बड़ा योगदान है।आज देश में कोरोना के बाद चिकित्सा और फॅार्मा का क्षेत्र ने इस वक्त में इन चुनौतियों से हमने काफी कुछ सीखा ।डॉ वीरेंद्र सिंह सोलंकी,राष्ट्रीय संयोजक मेडीविजन ने कहा कि राष्ट्रीय सम्मेलन में इस वर्ष का विषय चिकित्सा शिक्षा चुनौतियां और अवसर रखा गया है। जिसमे मेडिकल व डेंटल छात्रों के शिक्षा और उनके भविष्य को लेकर चर्चा की जाएगी। इस दो दिवसीय सम्मेलन में 800 से अधिक छात्र भाग लिया। सम्मेलन में छात्रों, शोधकर्ताओं और युवा संकाय सदस्यों के लिए अकादमिक पेपर प्रस्तुति जैसी प्रतियोगिताएं भी शामिल की गई हैं।